देश में लगातार अजीबोगरीब कारनामे होते रहते है
इस वक्त हमारा देश कोरोना वायरस की संक्रमण से ज्यादा प्रभावित है या फिर सत्ता के द्वारा लिए जा रहे निर्णय के कारण जायदा प्रभावित है इस मामले पर बड़ी बहस हो सकती है पर परिणाम तो कुछ भी नहीं होगा होना तो वह है जो हमारे प्रधानमंत्री जी चाहेंगे
हालत कहां से कहां तक पहुंच गई देश की हमारे बिहार प्रदेश की या देश के अन्य राज्यों की , अब कोरोना वायरस की संक्रमण 24 घँटे में 2.5 लाख के करीब पर पहुंच गया है
कोरोना से देश को बचाने के लिए जो लॉक डाउन लगा था उसे 14 महीने के करीब हो चुके हैं , हमारे देश को मजबूत बनाने में लगातार 18×7 जी जान से मेहनत करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी विकास का कीर्तिमान गढ़ रहे हैं / कोरोना वायरस संक्रमण पर हमारे देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमने आपदा को अवसर में बदल लिया और 14 महीने से प्रधानमंत्री जो भी कह रहे हैं वह जनता को करने के लिए कह रहे , 14 महीने के दौरान या आज भी जब प्रधानमंत्री ने 19 मिनट का संबोधन दिया सरकार क्या कर रही इस पर कभी मुँह नहीं खोला कोई बात ही नहीं करी
जनता को क्या-क्या करना चाहिए यह जरूर बताया / जब देश के प्रधानमंत्री ही फोटो शूट पसंद हो तो उनके चेले चपाटी बेचारे करें तो क्या जुल्म भी तब जब राज्य में सरकार हो देश में सरकार हो तो फोटो शूट बनता ही है
देश के अन्य राज्यों की तरह मध्य प्रदेश भी इस वक्त ऑक्सीजन क्रश इसका दंश झेल रहा और वहां की भी विकास करने वाली सरकार कुछ भी उपलब्ध नहीं करा पा रही तो यह जो ट्रक देख रहे हैं यह गुजरात से मध्य प्रदेश के लिए ऑक्सीजन गैस लेकर पहुंचा है जहां भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ट्रक को माला पहनाकर उसका स्वागत करते हैं पत्रकारों के साथ फोटो शूट करते हैं कुछ पत्रकार जो बाद में आते हैं उनके लिए एक बार माला पहनाया था फिर दोबारा माला पहना देते हैं
और फिर ट्रक अपनी मंजिल की ओर चलना शुरू होता है लेकिन तभी पता चलता है कि ट्रक का स्वागत शवराज सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट भी आगे करेंगे,चंदन बाजार में फिर वह गैस लदी हुई ट्रक रुक जाती है आधे घंटे में मंत्री जी पहुंचते हैं पंडित जी मंत्रोच्चार करते हैं , मंत्री जी ट्रक के आगे नारियल फोड़ते हैं और फिर उस ट्रक पर माला पहना कर प्रणाम नमस्कार करके फोटो वीडियो बनवा कर वहां से विदा करते हैं
इन कार्यक्रमों के दौरान ढाई घंटे का समय लगता है वहीं दूसरी तरफ जैसा कि बताया जा रहा ऑक्सीजन नहीं रहने के कारण शहडोल के अस्पताल में बारह कोरोना संक्रमित मरीजों की तड़प तड़प कर मौत हो जाती है
इससे क्या फर्क पड़ता है फोटोशूट तो बनता है भाई ठीक है भाई लगे रहो
मेरा तो मानना है कि 12 हत्याओं का मुकदमा तुलसी सिलावट और गौरव रणदिवे पर दर्ज कर उन्हें जेल में डाला जाना चाहिए
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